भोपाल। कॉंग्रेस के सिर पर अभी काले-घने बादल छाए हुये हैं। ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफा देने और भाजपा मे शामिल होने से कॉंग्रेस सरकार पर संकट आन पड़ा हैं। संकट मे चल रही कॉंग्रेस गिरेगी या फिर कमलनाथ का कोई पैतरा उन्हे बचा लेगा, यह तो चर्चा का विषय हैं। अभी फिलहाल हालातो को मद्देनजर देखा जाये तो भाजपा सरकार की वापसी के चांस ज्यादा दिखाई दे रहे हैं। हालांकि कॉंग्रेस पार्टी सिंधिया के इस्तीफे के बाद भी यही दावा कर रही हैं कि कॉंग्रेस सरकार सुरक्षित हैं।
वही,ज्योतिरादित्य सिंधिया के इस्तीफे के करीब 24 घंटे बाद राहुल गांधी ने कहा ट्वीट करते हुये मोदी सरकार को तंज़ कसते हुये कहा कि कॉंग्रेस सरकार को अस्थिर करने में व्यस्त हैं, तब यह देखने में चूक गए कि दुनिया में तेल की कीमतों में 35% की गिरावट आई है। क्या आप पेट्रोल की कीमतों को 60 रुपए प्रति लीटर कर देश के लोगों को राहत दे सकते हैं? कमलनाथ ने मीडिया ने चर्चा के दौरान कहा कि सरकार सुरक्षित हैं, हम बहुमत साबित करेंगे। हमारे विधायकों को बेंगलुरु में कैद कर रखा गया है, वो मेरे संपर्क में हैं। यदि वे स्वतंत्र हैं तो उन्हें बेंगलुरु में क्यों रखा है? उन्हें भोपाल लाएं। सरकार चलेगी, चिंता की कोई बात नहीं है। अब देखने यह हैं कि कॉंग्रेस के यह दावे सिर्फ दावे बनकर रह जाएंगे या फिर उनके दावे का वाकय के कोई असर देखने कों मिलेगा।