भोपाल। महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत सड़क बनाने की दूसरी किश्त के पैसा न मिलने के कारण तीन से बंद पड़ा काम, जर्जर हो रही सड़के रहवासी परेशान तीन साल पहले शुरू की सड़क 2020 मे भी पूरी नहीं हुई हैं। पंचायतो में बनने वाली 130 किलो मीटर सड़को का निर्माण नहीं होने से फंदा और बैरसिया के 200 से ज्यादा गांवो में रहने वाले लोग जर्जर रास्तो से निकलने को मजबूर हैं। इन सड़को का निर्माण महात्मा गांधी नरेगा योजना के तहत होना है। लेकिन, योजना की दूसरी किश्त के तहत मिलने वाले 11 करोड़ 44 लाख रुपए की राशि नहीं मिलने के कारण सड़कों का निर्माण नहीं हो पा रहा है। ग्रामीणो की परेशानियो को देखते हुए जिला पंचायत अध्यक्ष मनमोहन नागर ने मनरेगा आयुक्त शिल्पा गुप्ता को पत्र लिखकर राशि उपलब्ध कराने की मांग की है। राजधानी से लगे 14 गांवो को जोड़ने वाली सड़क बनाने के लिए 2017 में स्वीकृत मिली थी। तीन किमी सड़क के लिए 14 लाख 98 हजार रुपए की स्वीकृति मिली थी। पहली किश्त मिली तो निर्माण शुरू किया गया, लेकिन उसके बाद पैसा नहीं मिला तो सड़क अब तक अधूरी है। सरपंच मुंगालियाछाप लीलाकिशन ने बताया कि सड़क जनवरी 2018 में बननी थी, लेकिन एक बार काम बंद हुआ तो अब तक शुरू नहीं हुआ है। यह तो एक उदाहरण है, दूसरी तमाम पंचायतो में भी यही हाल है। फंदा में 15 और बैरसिया में 25 सड़को का निर्माण अधूरा है।
जर्जर रास्तो से लोग परेशान, फंड का मिलने से काम बंद