भोपाल। तत्काल प्रदेश मे डीजीपी पद पर नियुक्त हुये विवेक जौहरी के जीजा डॉ॰ एके सक्सेना का शव रविवार को गोलखेड़ी के पास संदिग्ध हालत मे मिला। हालांकि पुलिस अभी इसको एक हादसा ही मान कर चल रही थी। लेकिन जांच के दौरान मिली जानकारी के बाद डॉ॰ सक्सेना की मौत का रहस्य गहरा गया हैं। बताया जा रहा हैं कि मौत के पूर्व डॉ॰ सक्सेना मे शराब की तस्करी अपने वालों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी।
बैरसिया थाना प्रभारी अजय मिश्रा ने बताया कि डॉक्टर एके सक्सेना बैरसिया अस्पताल मे सीएमओ रहे हैं। वह समाज के एक कार्यक्रम मे शामिल होने रविवार को बाइक से बैरसिया आए थे। करीब सात बजे के आसपास एके सक्सेना बाइक से भोपाल वापिस लौट रहे थे। सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार डॉ॰ एके सक्सेना को अकेला देखकर तरावली जोड़ पर शराब तस्कर महिलाओ की गैंग ने किसी तरह से उन्हे रोककर लूट लिया था। उनका पर्स छीना लिया था। जिसके बाद वह थाने पहुंचे। घटना की जानकारी मिलने के साथ क्षेत्रीय एसडीओपी भी बैरसिया थाने पहुँच गए, जिसके बाद सक्सेना की शिकायत दर्ज की गई। वही डीजीपी जौहरी द्वारा कॉल पर फटकार लगाने के बाद तत्काल शराब तस्करी करने वालों के स्थान पर दबिश देकर उन्हे उठा लिया गया। जिसके बाद डॉ॰ सक्सेना का सामान रिकवर कर लौटाया। बाद मे उन्होने प्रकरण दर्ज कराने से इंकार किया, तब महिला के खिलाफ आबकारी का प्रकरण दर्ज किया गया। डॉ॰ एके सक्सेना की मौत का यही कारण है या नहीं? यह कभी स्पष्ट नहीं कहा जा सकता हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही मौत के सही कारणो का खुलासा होगा।