भोपाल। दो मुंहा साँप की तस्करी करे वालों दो लोगो को कोहेफिजा पुलिस ने किया गिरफ्तार।
टीआई सुधीर अरजरिया ने बताया, वन विभाग के अफसरों को एक दिन पहले इसकी जानकारी दी गई। जानकारी के बाद पुलिस वाले सौदा करने बहाने तस्कऋ करने वाले कोलार रोड निवासी संजय कुमार यादव और सोनू जाटव से मिले, फिर दोनों से सांप का सौदा शुरू किया। लालघाटी के पास उनसे सांप मांगा। तस्करों ने एक थैले से निकालकर सांप पुलिस को दिखाया। दोनों इसके एवज में आठ लाख रुपए मांग रहे थे। पुलिस ने उनके कब्जे से एक रेड सैंड बोआ बरामद किया है। संजय लोहा बांधने का काम करता है, जबकि सोनू ऑटो चालक है।
जानकारी मुताबिक कुछ देशो ने जैसे इंडोनेशिया, चीन और मध्यपूर्व के अरब ने रेड बोआ से दवा बनाने का चलन है। इन दवाओं में एड्स, कैंसर जैसी बीमारियों के साथ दूसरी दवाएं भी बनाई जाती हैं। इस सांप का इस्तेमाल सेक्स पावर बढ़ाने वाली दवा में भी किया जा रहा है, जिससे सैंड बोआ सांपों का अस्तित्व खतरे में है।
ये सांप दोनों ओर से चल सकता है। झाबुआ के आदिवासी क्षेत्र में कई बड़े तस्करों की सांठगांठ है। वे यहां के आदिवासियों से कम दाम में इसे खरीदकर महंगे दाम में बेच देते हैं। इनकी तस्करी का रैकेट सबसे ज्यादा मप्र, उप्र और हरियाणा से ऑपरेट किया जाता है। धार-झाबुआ से तस्कर इन सांपों को उप्र या हरियाणा के रास्ते विदेशी तस्करों तक पहुंचाते हैं। इनकी बिक्री वजन के अनुसार पर होती है। दो किलो से ज्यादा वजनी सांप की कीमत 8 लाख रुपए तक हो सकती है।
तस्करी का रैकेट सबसे ज्यादा मप्र, उप्र और हरियाणा से होता है ऑपरे