भोपाल। सरकार द्वारा डीजीपी वीके सिंह को हटाकर, उनके पद पर राजेंद्र कुमार को नया डीजीपी बनाने की चल रही व्यवस्था के बीच स्पेशल डीजी मैथिलीशरण गुप्ता ने सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुये लिखा, कि वह डीजीपी पद के लिए पूर्ण रूप से सक्षम हैं, ऐसा न होने पर यह राज्य की जनता हैं दुर्भाग्य होगा। पोस्ट मे लिखा कि मैं इतनी क्षमता रखता हूं कि इस व्यवस्था में आमूलचूल बदलाव ला सकता हूं। सरकार को यह समझना चाहिए कि मैं राज्य में पुलिसिंग का नेतृत्व करने की क्षमता रखता हूं। यदि ऐसा नहीं हुआ तो यह राज्य की जनता का दुर्भाग्य होगा। मैं खुद को व्यथित या पीड़ित के तौर पर प्रोजेक्ट नहीं करना चाहता। मैं मध्यप्रदेश में कम्युनिटी पुलिसिंग के माध्यम से बड़ा बदलाव लाने की क्षमता रखता हूं। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ लोगों ने अपनी लाइन बड़ी करने के लिए उनके विषय में दुष्प्रचार किया है।
जानकारी अनुसार, डीजीपी को बदले जाने की कवायद एक महीने से चल रही थी। इस पद के लिए दावेदारों में मैथिलीशरण गुप्त, अशोक दोहरे, केएन तिवारी, शैलेन्द्र श्रीवास्तव के अलावा कई अन्य नाम थे। लेकिन, सहमति राजेन्द्र कुमार के नाम पर बनती दिख रही है। खबर है कि मंगलवार तक सरकार डीजीपी के नए नाम को लेकर निर्णय ले लेगी। राजेन्द्र कुमार हनी ट्रैप मामले के लिए गठित एसआईटी के प्रमुख भी हैं। कुमार 1985 बैच के आईपीएस अफसर हैं। इससे पहले डीजीपी विजय कुमार सिंह को कांग्रेस सरकार ने जनवरी, 2019 में जिम्मेदारी सौंपी थी। सरकार डीजीपी के काम से संतुष्ट नहीं चल रही थी। इसकी जो तीन प्रमुख वजह हैं- उसमें राजगढ़ कलेक्टर निधि निवेदिता की तरफ से थप्पड़ कांड, हनी ट्रैप केस की जांच के लिए एसआईटी चीफ नियुक्ति को लेकर सरकार को भरोसे में न लेना और पुलिस कमिश्नर प्रणाली को लेकर खींचतान वजह मानी जा रही है।