भोपाल। कलेक्टर के थप्पड़ कांड दिन व दिन और गरमाता जा रहा हैं, इसी संबंध मे मुख्य सचिव एसआर मोहंती के द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान पर की गई टिप्पणी पर नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने बयान को आपत्तिजनक बताते हुए कहा कि, अधिकारियों और अफसरो को आगाह करता हूं कि सरकारें आती-जाती रहती हैं, किसी भी सरकार के आने- जाने से अफसरो को अपना काम और आचरण नहीं बदली चाहिए। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के फैसलों, विचारों और कार्यपद्धति के बारे में मुख्य सचिव को कमेंट नहीं करना चाहिए। यह सर्विस रूल्स और मान्यताओं के भी खिलाफ है। प्रदेश में कभी ऐसी अनुशासनहीनता की स्थिति नहीं रही कि कोई ब्यूरोक्रेट, अधिकारी या कर्मचारी पूर्व मुख्यमंत्री और मंत्री के विरुद्ध बयानबाजी करे। मुख्यमंत्री कमलनाथ के इशारे पर यह हरकत की गई है। लेकिन अधिकारियों को यह ध्यान रखना चाहिए यह कि वह एक सरकारी अधिकारी हैं और उनका कर्तव्य क्या हैं। राजगढ़ में थप्पड़ कांड की घटना और अन्य जगह प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा गलत काम इसी कारण हुए हैं। अगर टॉप ब्यूरोक्रेट्स ऐसे आचरण करेंगे तो छोटे अधिकारियों में गलत परंपरा शुरू होगी। कलेक्टोरेट, सीएस कार्यालय और वल्लभ भवन सभी सरकारी दफ्तर कांग्रेस कार्यालय बन जाएंगे। फिर यहां पर कांग्रेस भवन या इंद्रा भवन के रहने की आवश्यकता नहीं है। इससे मुझे कोई आपत्ति नही है, मंत्रालय में कांग्रेस पार्टी अपना कार्यालय खोलकर चलाए, लेकिन विधिवत बोर्ड लगाया जाए।
अपनी सफाई मे बोले मोहंती..............
एसआर मोहंती ने कहा कि उन्होने पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह को लेकर उन्होंने कोई टिप्पणी नहीं की। एक अखबार ने यह लिख दिया है कि पूर्व मुख्यमंत्री नहीं जानते कि क्या होता है पीपीपी मोड, जबकि मेरी ओर से ऐसा कोई कथन नहीं दिया गया। मोहंती ने कहा कि उन्होंने अपने वक्तव्य में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह का न तो नाम लिया और न ही उनके संबंध में कोई बात की, जो खबर प्रकाशित की गई वह पूरी तरह भ्रामक है। कार्यक्रम का वीडियो भी जारी किया गया।